अलविदा पूर्वोत्तर भारत! शुक्रिया इन खूबसूरत यादों के लिए ।
यह पूर्वोत्तर भारत से मेरी विदाई की एक फेयरवेल पोस्ट है, जिसे कायदे से पाँच माह पूर्व आना चाहिए था, लेकिन देर से ही सही इसको आना ही था। करीब पाँच महीने पहले गुवाहाटी छोड़ते समय दिल में एक कसमकश सी थी। सात वर्षों तक कर्मभूमि रही गुवाहाटी से बहुत सारी यादें जुड़ चुकी थीं, जिसमें सबसे खास है मेरी…