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नोहकालिकाई झरना, चेरापूँजी

चेरापूँजी : बादल, बारिश और झरनों का शहर

बरसों से मेरे लिए चेरापूँजी एक कौतूहल का विषय रहा है । दुनिया में सबसे ज़्यादा होने वाली बारिश और नदियों पर पेड़ की जड़ों से बने पुल यह सब मुझे बड़ा अनोखा लगता था । फिर एक दिन वो आया जब मेरे क़दम पड़े बादल, बारिश और झरनों के शहर सोहरा में । दुनिया का सबसे बारिश वाला क्षेत्र,…

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शिलाँग का विहंगम दृश्य

शिलाँग: पूरब का स्कॉटलैंड

शिलाँग से मेरा परिचय स्कॉटलैंड के पूरक के रूप में नही हुआ था । मेरे लिए तो शिलाँग की पहचान मेघालय की राजधानी, एक हिल स्टेशन और एक फ़ैशनेबल शहर के रूप में ही थी । सुन रखा था कि शिलाँग बहुत ही सुंदर हिल स्टेशन है, इसलिए पूर्वोत्तर भारत के बारे में सोचने से शिलाँग घूमने का बड़ा मन…

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सेवेन सिस्टर्स फाल्स, चेरापूँजी

मेघालय: बादलों का घर

दो साल पहले गुवाहाटी में रहना शुरू करने की वजह से बादलों का घर, मेघालय, मेरा पड़ोसी हो गया, वो भी ऐसा पड़ोसी जहाँ मैं जब चाहूँ, जैसे चाहूँ बिना किसी योजना के टपक पडूँ । मेघालय में घुमक्कड़ी की दृष्टि से देखा जाए तो दो बातें ज्यादा प्रसिद्ध हैं, एक तो इसके झरने और दूसरा शीशे की तरह साफ…

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BasCon में एक स्थानीय लोक नृत्य

बास्कान 3 (BasCon 3) का जश्न और बसर में धूम: भाग 2

अरुणाचल प्रदेश के बसर में आयोजित Basar Confluence (BasCon) के तीसरे संस्करण का पहला दिन गहमागहमी वाला रहा और हमें BasCon के मुख्य आयोजन स्थल पर कई सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिले । बसर में मेरे पहले दिन के अनुभवों के लिए कृपया बास्कान 3 (BasCon 3 ) का जश्न और बसर में धूम : भाग 1 को पढ़ें…

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खेतों में धान की बालियाँ तोड़ती बसर की युवतियाँ

बास्कान 3 (BasCon 3) का जश्न और बसर में धूम: भाग 1

बसर में BasCon (Basar Confluence) का तीसरा संस्करण : कायदे से तो मुझे बसर के बारे में लिखने का काम पिछले साल के दिसम्बर तक ही पूरा कर लेना चाहिए था, क्योंकि नवम्बर के आखिर में BasCon 3 ( Basar Confluence का संक्षिप्त रूप, जिसे हम बसर फ़ेस्टिवल भी कहते हैं ) की झलक देखने के बाद बसर के जादू…

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रेइक गाँव

आइजॉल के पास स्थित ख़ूबसूरत गाँव रेइक की सैर

मिज़ोरम की राजधानी आइजॉल पहुँचने के लिए ज़्यादातर यात्री सिलचर को अपना प्रवेश द्वार बनाते है, लेकिन पता नही मेरे दिमाग़ में कौन सी ख़ुराफ़ात सूझ रही थी कि मैंने असम में स्थित सिलचर के बजाय मणिपुर की राजधानी इम्फ़ाल से आइजॉल जाने की ठान ली और इम्फ़ाल की हवाई टिकट बुक कर वहाँ पहुँच गए । इम्फ़ाल पहुँचकर पता…

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इम्फाल-जीरीबाम रोड

इम्फ़ाल से आइजॉल की सड़क यात्रा

इम्फ़ाल में इमा मार्केट के आसपास का क्षेत्र। सुबह के 5 बजे थे, लेकिन बाजार की चहल-पहल देखकर लगा जैसे लोग सोये ही नही थे और बाजार रात भर चलता रहा था । माना कि इस भाग में सूर्योदय थोड़ा जल्दी हो जाता है, लेकिन फिर भी इतनी सुबह ऐसा गुलजार शहर कम ही देखने को मिलता है। इमा मार्केट…

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उनकोटी में भगवान शिव

त्रिपुरा यात्रा 9: उनकोटी के पथरीले देवता

त्रिपुरा यात्रा में भटकते-भटकते पता ही नहीं चला कि कब वापसी की तारीख आ गई । अगरतला, माताबारी, नीरमहल, दम्बूर झील, छबिमुड़ा, पिलक जैसे त्रिपुरा के प्रमुख स्थलों का भ्रमण करने के बाद मैंने अगरतला से वापसी की राह पकड़ी । लेकिन कमाल की बात यह थी कि इतना भटकने के बाद भी मैंने भारत के सुदूर कोने में स्थित…

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उज्जयन्ता पैलेस, अगरतला

त्रिपुरा यात्रा 8: अगरतला का उज्जयन्ता पैलेस और अख़ौरा बॉर्डर पोस्ट

अगरतला भारत के तीसरे सबसे छोटे राज्य त्रिपुरा की राजधानी है । उत्तर-पूर्व भारत के सुदूर कोने में स्थित अन्य शहरों और क़स्बों की तरह अगरतला भी एक उनींदा सा शहर है, जिसके बारे में बहुत कम ही सुनने को मिलता है । इस शहर की पहचान बस त्रिपुरा की राजधानी होने के कारण ही रही है । लेकिन, सुदूर…

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क़स्बा-कालीबारी मंदिर

त्रिपुरा यात्रा 7: क़स्बा-कालीबारी की क़स्बेश्वरी देवी

त्रिपुरा के दक्षिणी भाग में स्थित पिलक गाँव के प्राचीन हिन्दू और बौद्ध धर्म से जुड़े अवशेषों को देखने के बाद मैं उदयपुर की तरफ़ वापसी की राह पर था । NH-8 पर पिलक से उदयपुर की तरफ़ आगे बढ़ते हुए कई बार दिमाग़ में आया कि बांग्लादेश बॉर्डर के पास स्थित एक दूसरे क़स्बे बेलोनिया की तरफ़ घूम आऊँ…

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